प्रोडक्शन हाउस एपिफेनी एंटरटेनमेंट की ऑफिस उदघाटन
मुंबई : इस प्रोडक्शन हाउस से तनाया आडारकर प्रभु और तेज आडारकर भी जुड़े हुए हैं, कई हस्तियां भी रहीं उपस्थित, तीन दशकों से अधिक समय से, कीर्ति आडारकर ने विभिन्न माध्यमों में अपने बहुमुखी अभिनय कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। उन्होंने अब अपने प्रोडक्शन हाउस “एपिफेनी एंटरटेनमेंट” के लॉन्च के साथ अपने करियर में एक नया कदम उठाया है। कीर्ति आडारकर के इस प्रोडक्शन हाउस से तनाया आडारकर प्रभु और तेज आडारकर भी जुड़े हुए हैं।
चीफ गेस्ट प्रवीण छेड़ा, सचिव, भाजपा मुंबई ने मुम्बई के अंधेरी स्थित इस प्रोडक्शन हाउस का रिबन काटकर उद्घाटन किया। कंपनी के लोगो लांच के अवसर पर कई हस्तियों ने हिस्सा लिया जिनमें रुद्र सोनिक, अशोक बेनीवाल, अर्जुन द्विवेदी, आकाश दाभाड़े इत्यादि का नाम उल्लेखनीय है। जिन गणमान्य व्यक्तियों ने इस प्रोग्राम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई उनके नाम है प्रवीण छेड़ा, सचिव, भाजपा मुंबई, शंकर भानुशाली, अध्यक्ष, इंडस्ट्रीज प्रकोष्ठ, भाजपा मुंबई, अल्पेश शाह, सचिव, व्यापार प्रकोष्ठ, भाजपा मुंबई।
आपको बता दें कि कीर्ति आडारकर एक बेहतरीन अदाकारा होने के साथ साथ एक्टिव सोशल वर्कर भी हैं। साथ ही वह भाजपा मुम्बई के फ़िल्म / टीवी प्रकोष्ठ की प्रभारी भी हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हाजिर हुए प्रवीण छेड़ा, सचिव, भाजपा मुंबई ने कीर्ति आडारकर को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं और कहा कि चूंकि वह समाज सेविका भी हैं और भाजपा से भी जुड़ी हुई हैं इसलिए उनका प्रोडक्शन हाउस अच्छी कहानियां पेश करेगा।
कीर्ति आडारकर ने कम्पनी के नाम के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि “एपिफेनी शब्द का अर्थ है कुछ महान और अचानक प्राप्ति का क्षण। जब मैंने इस प्रोडक्शन हाउस को शुरू करने का फैसला किया तो मुझे यही नाम यही लगा क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरे करियर का अगला बेहतर कदम है। इस प्रॉडक्शन हाउस के प्रोजेक्ट्स में हमारा ध्यान अच्छी कहानियों पर काफी गहरा होगा। ऐसा सिनेमा, वेब सीरीज, टीवी सीरियल जो कुछ सोचने पर भी मजबूर करें।”
इस प्रयास में कीर्ति आडारकर की बिज़नस पार्टनर तनाया आडारकर प्रभु एक जर्नलिस्ट रही हैं, जिनके पास एक दशक से अधिक का अनुभव है। उन्होंने बताया कि “एक पत्रकार के रूप में काम करने के बाद मैंने कुछ ऐसी कहानियाँ देखी हैं, जिन्हें मुझे फ़िल्म, सीरियल या वेब सीरीज में पेश करने की आवश्यकता महसूस होती है। फिलहाल हमारी कंपनी तीन प्रोजेक्ट्स को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है, जिनमें से एक का काम अगले महीने शुरू होगा।”
इस प्रोडक्शन हाउस का लोगो बहुत गहरा अर्थ रखता है। इसकी परिकल्पना इसके एक अन्य साथी तेज आडारकर ने की थी, वह कहते हैं ”लोगो मोर के पंख, एक आंख और नीले और हरे रंग से बना है। कई संस्कृतियों में आंख एक आम बात है। भारत में इसे शिव की तीसरी आंख के रूप में देखा जाता है। जिसका अर्थ है एपिफेनी का क्षण। “
Covid 19 : देशभर में जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के मामले कल की तुलना में आज कुछ हद तक घटे हैं. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के एक लाख 7 हजार 474 नए केस सामने आए हैं और 865 लोगों की मौत हो गई. रिकवरी रेट वर्तमान में 95.91% है. पिछले 24 घंटों में 2,13,246 लोग ठीक हुए हैं. इसके साथ ही देश में कुल ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,04,61,148 हो गई है.
देशभर में एक्टिव केस घटकर 12 लाख 25 हजार हुए
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 12 लाख 25 हजार 11 हो गई है और इस इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 1 हजार 979 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, कल दो लाख 13 हजार 246 लोग ठीक हुए, जिसके बाद अभी तक 4 करोड़ 4 लाख 61 हजार 148 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
देशभर में अबतक करीब 169 करोड़ खुराक दी गई है
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 169 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं. कल 45 लाख 10 हजार 770 डोज़ दी गई, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 169 करोड़ 46 लाख 26 हजार 698 डोज़ दी जा चुकी हैं. कोरोना से बचाव को लेकर सरकार लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की लगातार अपील कर रही है. सरकार लोगों को घरों से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनने और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने को लेकर जागरूक कर रही है.
BCCI : भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली कुछ दिनों पहले विराट कोहली पर दिए अपने बयान को लेकर खूब चर्चा में आए थे, लेकिन अब ये मामला शांत हो चुका है। हालांकि हाल ही में गांगुली की भारतीय चयनकर्ता, विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ बैठी हुई तस्वीर वायरल हुई। इसके बाद कई लोगों ने दावा किया कि वो टीम की चयन के लिए होने वाली बैठक में हिस्सा लेते हैं और चयनकर्ताओं पर दवाब बनाते हुए टीम के चयन को प्रभावित करते हैं।
बीसीसीआई के चीफ सौरव गांगुली ने उनके ऊपर लगे आरोपों पर जबाव देते हुए पीटीआई से कहा कि मुझे नहीं लगता कि मुझे (इस पर) किसी को कुछ भी जवाब देने और इनमें से किसी भी निराधार आरोप का सम्मान करने की जरूरत है. मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष हूं और बीसीसीआई के अध्यक्ष को जो करना चाहिए वह मैं करता हूं. साथ ही आपको बता दें, मुझे एक तस्वीर (सोशल मीडिया के) चक्कर लगाती हुई दिखाई दे रही है जिसमें मुझे चयन समिति की बैठक में बैठे हुए दिखाया गया है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि वह तस्वीर (जहां गांगुली को सचिव जय शाह, कप्तान विराट कोहली और संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज के साथ बैठे देखा जा सकता है) चयन समिति की बैठक की नहीं थी. जयेश जॉर्ज चयन समिति की बैठकों का हिस्सा नहीं हैं. मैंने भारत के लिए 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
बीसीसीआई में पिछले 26 महीनों में जय शाह के साथ रिश्ते पर सौरव गांगुली ने अपनी राय रखी है। गांगुली ने कहा, ”जय के साथ मेरा शानदार रिश्ता है। वह अच्छा मित्र है और विश्वासपात्र सहयोगी है। मैं, जय, अरूण (धूमल) और जयेश (जॉर्ज) हम इन दो वर्षों में विशेषकर कोविड-19 के मुश्किल दौर में बोर्ड को आगे ले जाने में मिलकर काम कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिये क्रिकेट खेला जाये। मैं कहूंगा कि ये दो साल शानदार रहे। हमने बतौर टीम ऐसा किया है।”
Goa : कांग्रेस ने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी हुई। पार्टी की ओर से जारी सूची में प्रमुख नाम पूर्व मंत्री माइकल लोबो की पत्नी डलैला लोबा है जिन्हें सियोलिम विधानसभा क्षेत्र टिकट दिया गया है। बता दें कि माइकल लोबो और डेलैला हाल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। माइकल लोबो को कालंग्यूट विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है।
चुनाव सर पर है और हर जगह, हर एक चुनावी प्रत्याशी जम कर अपनी एड़ी छोटी का बल लगाते हुए नज़र आ रहा है। चाहे वो कांग्रेस (congress) हो या बीजेपी, बात करे महाराष्ट्र (Maharashtra) की तो इस वक्त गोवा में चुनावी रंग कांग्रेस के दिखाई दे रहे है। हमारी टीम ने जब वहां की आम जनता से बात चित कर ये पता लगाने की कोशिश की, की इस बार वो किसे अपने विकास के कार्यो के लिए चुनना चाहते है तो उन्होने सियोलिम के डेलैला लोबो का नाम लिया और कहा की इस बार हम कांग्रेस की नेता डेलैला लोबो को ही चुनेंगे क्यूंकि वो एक महिला है और बीजेपी (BJP) के बाद हमे उनसे ही उम्मीद है की वो सियोलिम का विकास करेंगी।
सियोलिम के लोगो का साफ़ कहना है की वो पार्टी देख कर नहीं बल्कि प्रत्याशी देख कर वोट देंगे, चाहे वो कसी भी पार्टी में क्यों ना हो। लोगो का मानना है की बीजेपी के समय से गोवा के सियोलिम में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। जो शुरू हुआ था वो बस आधे में रुका हुआ है उसे आगे बढ़ते हुए हमने अभी तक नहीं देखा। अब उम्मीद है की आने वाले समय में अगर डेलैला लोबो जीत जाती है तो वो सभी रुके हुए कार्य ज़रूर पुरे होंगे। सियोलिम के लोगो ने ठान लिया है की इस बार जीतेंगी तो सिर्फ डेलैला लोबो ही चाहे वो बीजेपी से हो या कांग्रेस से।
Maharashtra : मायानगरी मुंबई के धारावी इलाके के पास छात्रों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया है। दरअसल 10वीं और 12वीं के छात्र एग्जाम को ऑनलाइन कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान हजारों छात्रों ने इलाके के रास्ते को तकरीबन घंटे भर तक रोके रखा। इसकी वजह से पूरे धारावी इलाके में भयानक जाम है। छात्रों के हुजूम को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया है।
रविवार को स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा था कि राज्य में 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा तय समय पर होगी और ऑफलाइन पद्धति से होगी. इस बात को लेकर विद्यार्थियों में आक्रोश है. विद्यार्थी परीक्षा का समय बढ़ाने और ऑनलाइन पद्धति से एग्जाम लेने की मांग कर रहे हैं. विद्यार्थिओं के आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि जो भी मांगें हैं उसके लिए चर्चा की जा सकती है, आंदोलन की क्या जरूरत है? शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू कडू ने कहा कि बिना सूचना दिए आंदोलन करना गलत है. कल (1 फरवरी) इस मुद्दे पर विचार करने के लिए एक अहम बैठक बुलाई जाएगी और समस्याओं का हल खोजने की कोशिश की जाएगी.
उधर, बीड़ में छात्रों ने रैली निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन आयोजित करने की मांग की। छात्रों का कहना है कि प्रदेश में चल रही एसटी हड़ताल के कारण गांवों में बसें अभी भी बंद हैं। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के छात्र एग्जाम के लिए स्कूल नहीं आ सकते है। छात्रों का कहना है कि यदि हम ऑफलाइन परीक्षाएं देते हैं, तो हमें अकादमिक नुकसान हो सकता है। छात्रों ने यहां भी एक बड़ी रैली का आयोजन किया।
Election Assembly : देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की घटती संख्या को देखते हुए चुनाव आयोग (ECI News) ने राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है। हालांकि, समीक्षा बैठक के बाद आयोग ने चुनाव रैलियों पर रोक को 11 फरवरी तक बढ़ा दिया है। हालांकि, आयोग ने अब 1000 लोगों के साथ सभा करने की अनुमति दे दी है। 500 लोगों के साथ इनडोर मीटिंग की भी अनुमति दी गई है। इसके अलावा 20 लोग घर-घर जाकर (Door to Door Campaign) कर सकेंगे।
आयोग ने एक बयान में कहा कि निर्णय लिया गया है कि 11 फरवरी, 2022 तक किसी भी रोड शो पदयात्रा और साइकिल/बाइक/वाहन रैलियों तथा जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी। बयान में कहा गया कि आयोग ने चुनाव के सभी चरणों के लिए 1 फरवरी, 2022 से निर्दिष्ट खुले स्थानों पर राजनीतिक दलों या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की जनसभाओं में मौजूदा संख्या 500 की जगह अधिकतम 1,000 या मैदान की क्षमता का 50% या | SDMA द्वारा निर्धारित सीमा के अनुसार, इनमें से जो भी कम हो, लोगों के शामिल होने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया है।
पांच राज्यों में चुनावों की तारीख
उत्तर प्रदेश में कुल सात चरण में चुनाव होंगे. जिसमें 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च, 2022 को मतदान होने हैं. मणिपुर में दो चरण- 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा. वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में सिर्फ एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी.
West Bengal : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के मतभेद फिर से सामने आ गए हैं. ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने गवर्नर को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया है. ममता बनर्जी का कहना है कि वे राज्यपाल के ट्वीट्स से परेशान हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने उन्हें ब्लॉक कर दिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ चीफ सेक्रेटरी और पुलिस महानिदेशक को धमकी दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पश्चिम बंगाल में स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ को खोलने का ऐलान किया है. ममता ने कहा कि 8 से 12वीं कक्षा तक के स्कूल, सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ की ऑफलाइन कक्षाएं 3 फरवरी से शुरू की जाएगी. बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते ऑफलाइन कक्षाओं पर थी, जिसे अब हटाने का फैसला लिया गया है.
दोनों के बीच में गणतंत्र दिवस समारोह में भी दिखा था तकरार का असर
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल के बीच तकरार गणतंत्र दिवस समारोह में भी दिखा था.जब आयोजन स्थल पर जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री का आमना-सामना हुआ. सीएम ममता ने आयोजन स्थल पर राज्यपाल के उनकी ओर बढ़ने पर उनका अभिवादन किया, लेकिन तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की ओर से स्वाभाविक गर्मजोशी का स्पष्ट रूप से अभाव नजर आया था.
सीएम ममता बनर्जी तब तक अपनी कुर्सी से नहीं उठी जब तक राज्यपाल उनके करीब नहीं आ गए. यह भी देखा गया था कि एक समय सीएम ममता बनर्जी ने अपना चेहरा घुमा लिया था, जब धनखड़ उन्हें कुछ कहते नजर आ रहे थे. वहीं, तस्वीरें खिंचवाने के दौरान ममता ने राज्यपाल से दूरी बनाए रखी और राज्य विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) बिमान बनर्जी के नजदीक खड़ी रहीं, जिनके साथ धनखड़ की एक दिन पहले बहस हुई थी.
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के लिए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है. राजनेताओं के बीच में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. आज बुलंदशहर के दौरे पर गए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी में कांग्रेस की प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब भारत में कोरोना जैसी आपदा आती है तो इन भाई बहन को इटली में बैठी नानी याद आती हैं.
CM योगी ने कहा जब-जब भारत में आपदा आई, तब-तब राहुल-प्रियंका इटली चले गए
बुलंदशहर में सीएम योगी ने प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में कहा, ‘’तीसरी वेव के दौरान एक नया वेरिएंट ओमीक्रॉन देखने को मिला. लोग आशंकित थे कि क्या होगा. हमने कहा कि हमारी सरकार न केवल पेशेवर गुंडों और माफियाओं को ठीक करती है, बल्कि कोरोना को भी ठीक कर देगी.’’ उन्होंने आगे कहा कि जब-जब भारत में आपदा आई, तब तब राहुल-प्रियंका इटली चले गए.
सीएम योगी ने कहा पहले की सरकारों के लिए सैफई परिवार का विकास ही सब कुछ था
अखिलेश पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘’पहले की सरकारों के लिए सैफई परिवार का विकास ही सब कुछ था. वो इससे बाहर नहीं निकल सकते थे. बहन जी के लिए भी भतीजे का ही विकास सबकुछ था.’’ उन्होंने कहा, ‘’पिछली सरकारें अपराध के लिए तमंचा बनवाती थी और विकास तो पिछली सरकार के एजेंडा में था ही नहीं.’’
Karnatak : देश में कोरोना महामारी के बीच कर्नाटक में कोरोना (Covid19) को लेकर लगे कई प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया गया है. कर्नाटक सरकार में मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि सरकार ने सोमवार से स्कूलों को खोलने का फैसला किया है. वहीं बार और होटलों को प्रतिबंधों में छूट दी गई है. वहीं 31 जनवरी से नाइट कर्फ्यू लागू नहीं रहेगा. हालांकि, भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से अभी भी लोगों को बचने की सलाह दी गई है. संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि उचित दिशानिर्देशों का पालन किया जाए.
कर्नाटक (Karnatak) में सोमवार से नाइट कर्फ्यू हटा दिया जाएगा. और बेंगलुरु में स्कूल और कॉलेज फिर से खुल जाएंगे. राज्य में कोरोना से अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में कमी और ठीक होने वालों की संख्या बढ़ने के बाद यह फैसला लिया गया है. कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा, ‘सोमवार से, स्कूलों में सभी कक्षाएं COVID-19 प्रोटोकॉल के पालन के साथ शुरू कर दी जाएंगी.
वहीं गोवा, केरल और महाराष्ट्र से राज्य में आने वाले लोगों को कोरोना वायरस का नेगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा। बता दें कि कर्नाटक में 28 जनवरी तक के डेटा के अनुसार 2.88 लाख एक्टिव कोरोना केस हैं, जिनमें से 5477 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, वहीं राज्य में कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर 1.90% है।